माइक्रोन्यूट्रिएंट्स और मैक्रोन्यूट्रिएंट्स क्या है |
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दोस्तो ,माइक्रोन्यूट्रिएंट्स और मैक्रोन्यूट्रिएंट्स पर्याप्त मात्रा में लेने की ज्यादायर सलाह न्यूट्रीशन एक्सपर्ट्स हमें देते हैं। मैक्रोन्यूट्रिएंट्स बड़े पोषण श्रेणी में आते हैं और इनकी जरूरत हमारे शरीर को सबसे ज्यादा होती है मैक्रोन्यूट्रिएंट्स ही सबसे ज्यादा ऊर्जा(कैलोरी) प्रदान करते हैं जिससे हमारा शरीर कार्यरत रहता है । जैसे कि Carbohydrates, Fat, Protein मैक्रोन्यूट्रिएंट्स के प्रकार हैं।
वहीं माइक्रोन्यूट्रिएंट्स छोटे पोषण श्रेणी में आते हैं, इनकी जरूरत हमारे शरीर को हारमोंस और जरूरी रसायन बनाने के लिए होती है जैसे कि विटामिन और खनिज , कैल्शियम, जिंक, और विटामिन बी -6
माइक्रोन्यूट्रिएंट्स और मैक्रोन्यूट्रिएंट्स में अंतर (Micronutrients vs Macronutrients) :-
मैक्रोन्यूट्रिएंट्स को आमतौर पर ग्राम में मापा जाता है, जैसे कि कार्बोहाइड्रेट या प्रोटीन के ग्राम। मैक्रोज़-आधारित आहार यानी मैक्रोन्यूट्रिएंट्स को तीन भागों में बांटा गया हैं:
- कार्बोहाइड्रेट(carbohydrates):-कार्बोहाइड्रेट प्रति 1 ग्राम में 4 कैलोरी (ऊर्जा) प्रदान करते हैं और यह प्रति1 ग्राम में 3 ग्राम पानी संरक्षित करके रखते हैं। यह आमतौर पर रोटी फल और सब्जियों में पाया जाता है।
- वसा(Fat):-ये प्रति 1 ग्राम में 9 कैलोरी (ऊर्जा) प्रदान करते हैं और ये आमतौर पर मीट , तेल , आलू और घी में पाया जाता है।
- प्रोटीन(protein):-ये प्रति 1 ग्राम में 4 कैलोरी (ऊर्जा) प्रदान करते हैं और ये आमतौर पर अंडे मछली और पनीर में पाया जाता है।
आपके द्वारा खाए जाने वाले सभी खाद्य पदार्थों में बहुत सारे सूक्ष्म पोषक तत्व होते हैं, जैसे फल और सब्जियां जिनमें विटामिन और खनिजों की मात्रा भरपूर होती हैं और इन्हें ही माइक्रोन्यूट्रिएंट कहते हैं।
माइक्रोन्यूट्रिएंट के उदाहरण :-
- calcium कैल्शियम
- iron आयरन
- vitamin E विटामिन ई
- vitamin C विटामिन सी
- vitamin B-6 विटामिन बी 6
- vitamin B-12 विटामिन बी 12
- zinc जिंक
यह उदाहरण सीमित नहीं है माइक्रोन्यूट्रिएंट्स और भी कई प्रकार के होते हैं। ज्यादातर मैक्रोन्यूट्रिएन्ट खाद्य पदार्थों में अलग-अलग सूक्ष्म पोषक तत्व होते हैं। माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की तुलना में इसे मापना संभव नहीं है।
कई लोकप्रिय आहार मैक्रो-आधारित होते हैं इनमें शामिल है:-
- Weight watcher diet :- यह दुनिया की सबसे लोकप्रिय वजन घटाने की डाइट है। लाखों लोग इसे इस्तेमाल कर चुके हैं और यह वजन घटाने में काफी असरदार है।
- Ketogenic diet(कीटो डाइट) :-कीटो डाइट ,एक कम कार्बोहाइड्रेट और उच्च वसा(Fat) युक्त आहार होता है जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। इसे भी वजन घटाने के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
- Paleo diet(पैलियो डाइट):-पैलियो डाइट को हजारों साल पहले के मानव शिकारी पूर्वजों के डाइट के समान बनाया गया था। लेकिन वैसे तो यह जानना संभव नहीं है कि मानव पूर्वज उस वक्त क्या क्या खाते थे परंतु ऐसा माना जाता है कि वे whole food खाते थे जैसे कि साबूत अनाज,कंद ,फलियां और सब्ज़ियां इत्यादि।
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हालांकि इसे हम पूर्ण रूप से मैक्रो डाइड नहीं कहते हैं, क्योंकि हर डाइट में हम प्रत्येक भोजन समूह के एक निश्चित हिस्से को खाते हैं। मैक्रो डायट वे हैं जो कैलोरी काम करने के बजाय विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों को खाने पर जोर देते हैं। ये आहार आपको कई स्वास्थ्य लाभो तक पहुंचने में मदद कर सकते हैं, जैसे मांसपेशियों का निर्माण, वजन कम करना, स्वस्थ आहार का पालन करना, रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखना, और भी बहुत कुछ।
सर्वप्रथम, मैक्रो आहार की उत्पत्ति जापान में हुई थी और यह पारंपरिक चीनी चिकित्सा सिद्धांतों पर आधारित थी। उस वक्त यह सरल, जैविक और स्थानीय रूप से खट्टे पदार्थों को खाने पर जोर देता था। मैक्रोन्यूट्रिएंट्स और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स आपके दैनिक आहार में मौजूद होते हैं। कुछ लोग अपने भोजन के कैलरी को मापने के लिए मैक्रोन्यूट्रिएन्ट उपयोग करते हैं। आज कई आहार हैं जो मैक्रो काउंटिंग-प्रकार के दृष्टिकोण का उपयोग करते हैं, लेकिन मैक्रोज़ की गिनती पर बहुत अधिक शोध उपलब्ध नहीं है।
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